अहिल्या संघ
अहिल्या जैसी परिस्थिति किसी भी महिला के नसीब में कभी ना आए इसलिए सदगुरु श्री अनिरुद्धजी ने अपने तेरह सूत्री कार्यक्रम के प्रवचन में ‘अहिल्या संघ‘ नामक सूत्र की जानकारी दी थी। यह अहिल्यासंघ कोई महिला मुक्ति आंदोलन नहीं है, बल्कि यह महिलाओं द्वारा अपनी असीम बल और सामर्थ्य का इस्तेमाल अपने के परिवार के लिए, समाज के लिए, और देश की उन्नति के लिए करने के प्रयास हैं।
सरेआम दिनदहाडे कई महिलाओं पर अत्याचारों की घटनाएं हम हररोज अखबारों में पढते हैं। राजधानी, नई दिल्ली में घटी ‘निर्भया‘ काण्ड की खबर आज भी हर इंसान के मन-मस्तिष्क को झंझोडती है। ऐसी घटनाएं सावधान करती हैं कि अब महिलाओं को इस आशा पर नहीं रहना चाहिए कि, हमारे आप्त, रिश्तेदार या समाज हमें संकट की घडी में बचा पाएंगे। खुद उन्हीं को अत्याचार के विरोध में लड़ना होगा। अत: उन्हें सक्षम ‘वीराएं‘ बनाने के लिए अहिल्या संघ के माध्यम से महिलाओं को स्व-संरक्षण हेतु बल विद्या सिखाई जाती है।
अहिल्या संघ के माध्यम से ‘प्राच्यविद्या‘ अथवा ‘बलविद्या‘ प्रशिक्षण का उपक्रम होता है। इस माध्यम से महिलाएं अपनी सुरक्षा के लिए समर्थ बनती हैं तथा संकट फंसी हुई दूसरी महिलाओं की सहायता करती हैं। इस प्रशिक्षण वर्ग के आयोजन का यही उद्देश्य है।
”Attack Is Defence, Defence Is Defeat” अर्थात ‘आक्रमण ही बचाव का सूत्र ह‘, इस तत्व पर बल विद्या का प्रशिक्षण दिया जाता है। इस प्रशिक्षण में पहले प्राथमिक रूप से सूर्यनमस्कार, विभिन्न कसरतों के प्रकार, हस्तलाघव, मुष्टी लाघव, मुद्गल विद्या जैसी कई प्राचीन विद्याओं का समावेश है। यह प्रशिक्षण नि:शुल्क है। अब तक बलविद्या प्रशिक्षण की कुल २१ बैचेस हो चुकी हैं और लगभग १५०० महिलाओं ने इसका लाभ उठाया है।
अहिल्या संघ द्वारा सूर्यनमस्कार शिविर का भी आयोजन किया जाता है। अब तक अहिल्या संघ द्वारा पूरे महाराष्ट्र में ३८ शिविरों का आयोजन किया गया है। लगभग २००० महिलाओं ने इसका लाभ उठाया है। जिन महिलाओं पर अत्याचार हुआ है, जिन पर कोई संकट आया है, ऐसी निराधार महिलाओं को आधार देने का काम अहिल्यासंघ करता ही है। इसके अलावा, व्यसनाधीन पति की वजह से पीड़ित महिलाओं को आधार देने का अर्थात व्यसनमुक्ति के लिए सहायता का कार्य भी अहिल्या संघ द्वारा किया जाता है।
अहिल्या संघ के माध्यम से वृक्षारोपण सेवा भी की जाती है। अहिल्या संघ द्वारा अब तक लगभग पंद्रहसौ पौधों लगाए गए हैं। अहिल्या संघ महिलाओं को सक्षम बनाकर उनका जीवन अधिकाधिक सुंदर बनाने के साथ साथ पर्यावरण की भी सुरक्षा करके वसुंधरा को सुंदर बनाने के कार्य में भी हाथ बंटाता है।