अनिरुध्दाज बैंक फॉर दी ब्लाईंड
विश्व में लगभग ३,७०,००,००० दृष्टिहीन लोग हैं। भारत में इनकी संख्या तकरीबन १,५०,००,००० है। इनमें बडे पैमाने पर विद्यार्थियों का समावेश है। दिव्यांग होने के बावजूद यह विद्यार्थि शिक्षा पाने के लिए प्रयास करते रहते हैं। उनके प्रयासों को बल देने के लिए सद्गुरु श्री अनिरुद्धजी ने ’अनिरुध्दाज बैंक फॉर दी ब्लाईंड’ नामक उपक्रम शुरु किया।
सद्गुरु श्रीअनिरुध्दजी हमेशा अपने श्रद्धावान मित्रों से कहते हैं कि, “हम जिस समाज में रहते हैं उस समाज का हम पर अनजाना ऋण होता है और हम इस ऋण से मुकर नहीं सकते। अत: समाज के जरुरतमंद घटकों की सहायता करके हम समाज का भी ऋण उतार सकते हैं और इस निष्काम सेवा से भगवान के बच्चों की सेवा भी होती है।”
‘श्रीअनिरुध्द उपासना फाऊंडेशन’ एवं ‘अनिरुध्द समर्पण पथक’ इन संस्थाओं द्वारा यह उपक्रम जारी है। इसके अंतर्गत दृष्टिहीन विद्यार्थियों को स्कूल की किताबें ऑडियो रिकार्डिंग करके दी जाती हैं। समाज के जरुरतमंद घटकों की सहायता करके उन्हें सक्षम बनाने का कार्य ‘श्री अनिरुद्ध उपासना फाऊंडेशन’ नामक संस्था हमेशा से करती आई है।
’सारा विश्व सुखी बनाऊंगा । आनंद से भर दूंगा तीनों लोक ॥’ इस बात को अपना संकल्प मानकर सद्गुरु श्रीअनिरुद्धजी ने दृष्टिहीनों के जीवन में उजाला लाया है। सद्गुरुतत्त्व को किसी भी तरह का चमत्कार नहीं करना पडता बल्कि, सद्गुरुतत्त्व अंधेरे को उजाले में बदल देता है, इसका जीता-जागता उदाहरण है ’अनिरुध्दाज बैंक फॉर दी ब्लाईंड।’
इस उपक्रम के अंतर्गत विद्यार्थिओं के अध्ययन हेतु सहायता की जाती है। भारत में मुम्बई स्थित संस्था द्वारा यह सेवा की जाती है।
’अनिरुध्दाज बैंक फॉर दी ब्लाईंड’ का कार्यविस्तार :
गत १० सालों में इस बैंक का जाल भारत के २६ राज्यों में फैल चुका है। पडोसी देश पाकिस्तान में भी इस सेवा के लाभार्थी हैं। इस बैंक में १२ भाषाओं में रिकार्डिंग की जाती है जिसमें मराठी, हिन्दी, अंग्रेजी, गुजराती, तमिल, कन्नड, बंगाली, मल्यालम, तेलगु, संस्कृत, आदि भाषाओं का समावेश है।
१ अप्रैल २०१८ तक बैंक द्वारा १७,४१९ सीडीज वितरित की गई हैं। तथा ४६१ संस्थाएं एवं व्यक्तिगत स्तर पर ३४८ विद्यार्थियों ने इस बैंक की सेवा का लाभ उठाया है।
’अनिरुध्दाज बैंक फॉर दी ब्लाईंड’ की कार्यप्रणाली :
संस्था के लिए सेवाभावी वृत्ति से कार्य करनेवाले श्रद्धावान इस बैंक के लिए अपना अनमोल समय देते हैं। सदगुरु श्रीअनिरुद्धजी द्वारा शुरु किए गए इस कार्यक्रम में शामिल होने की इच्छा श्रद्धावानों को होती ही है। अपनी अपनी मातृभाषा में निपुण श्रद्धावान इन दृष्टिहीन विद्यार्थियों के लिए किताबें रिकार्ड करते हैं। यह रिकार्ड की किताबें बहुत अच्छी तरह से जांची जाती हैं। इस तरह विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए दी जानेवाली सीडीस्वरूप किताबों का ऊंचा दर्जा रखा जाता है। इसीके अलावा रिकार्ड की गई आवाज का दर्जे पर भी ध्यान रखा जाता है।
रिकार्डिंग कैसे की जाए, रिकार्डिंग करते हुए कैसे बोला जाना चाहिए, यह भी समझाया जाता है। सीडीज की लिखित स्वरूप में मांग प्राप्त होने पर ही संबंधित अध्ययनक्रम की रिकार्डिंग की जाती है। इसके अलावा किताब के प्रकाशक से भी अनुमति प्राप्त की जाती है, तदुपरांत सीडीज रिकार्ड करके लाभार्थियों को भेजी जाती हैं।
‘अनिरुध्दाज बैंक फॉर दी ब्लाईंड’ के लाभार्थी :
इस बैंक का लाभ उठानेवालों में निम्नलिखित सूचि में व्यक्ति एवं संस्थाएं समाविष्ट हैं –
* स्कूली विद्यार्थि
* महाविद्यालय
* यूनिवर्सिटीज (ग्रैज्युएशन तक की पढाई)
* व्यावसायिक प्रशिक्षण – मोटर रीवाईंडिंग, मसाज, फिजीओथेरपी, आदि।
* बैंकिंग
* सरकारी सेवा परिक्षा
* कानून
संपर्क:
अनिरुध्दाज बैंक फॉर दी ब्लाईंड – ५०३, लिंक अपार्टमेंट, ३५वी गल्ली,
झूना खार, खार रोड (पश्चिम), मुंबई – ४०० ०५२.
दूरध्वनी क्रमांक: ०२२-२६०५ ४४७४ / २६०५ ७०५४ / २६०५ ७०५६
ई-मेल : [email protected]