श्रीरामनवमी
भगवान श्रीराम की कथा एवं उनका नाम संपूर्ण भारत वर्ष की आत्मा हैं। त्रेतायुग के श्रीरामजन्म की कथा से लेकर लंका में... Read More
हनुमान पुर्णिमा
हनुमानजी, बजरंगबली, पवनसुत, अंजनीसुत, केसरीनंदन ऐसे असंख्य नामों से भारत में अनगिनत श्रद्धावान जिनका पूजन, जाप आदि नित्यप्रति करते हैं साथ ही... Read More
सच्चिदानंदोत्सव
प्रभू श्रीराम बनवास गए तब भरतजी अपने प्रिय भ्राता को वापस लाने के लिए चित्रकूट पर्बत पर पहुंचे। राम-भरत मिलाप की यह... Read More
श्रीवर्धमान व्रताधिराज
वर्धमान व्रताधिराज का महत्व समझाते हुए सद्गुरु श्री अनिरुद्धजी ने कहा है कि, ’वास्तव में वर्धमान शब्द का अर्थ क्या है? बढ़ता... Read More
श्री ललिता पंचमी
आश्विन शुद्ध पंचमी ही श्रीललिता पंचमी है। सद्गुरु श्री अनिरुद्ध लिखित ‘मातृवात्सल्यविंदानम्’ ग्रंथ के २७वें अध्याय में एक कथा आती है। रावण... Read More
वैभवलक्ष्मी पूजन उत्सव
माना जाता है कि, मार्गशीर्ष महीना सभी महीनों में सर्वश्रेष्ठ है। इसी महीने में श्रद्धावान ’वैभवलक्ष्मी व्रत’ रखते हैं। माता वैभवलक्ष्मी श्रद्धावान... Read More
साई निवास होली पूर्णिमा उत्सव
फागुन पूर्णिमा अर्थात होली पूर्णिमा। देशभर में यह त्योहार बडे उत्साह से मनाया जाता है. सूखी लकड़ी एवं गोबर को एकत्रित कर... Read More
श्री अश्वत्थमारुती पूजन
प्रत्येक मनुष्य की भक्तिमार्ग की यात्रा, उसके भक्तिमार्ग का प्रत्येक कदम हनुमानजी के मार्गदर्शनानुसार ही आगे बढ़ाया जाता है। श्रीहनुमानजी ही ऊंगली... Read More
श्रीधनलक्ष्मी एवं श्रीयंत्र पूजन
भारतीय संस्कृतिनुसार, कार्तिक कृष्णपक्ष त्रयोदश अर्थात् धनतेरस के दिन घर के ऊर्जा स्थानों जैसे धन, अलंकार एवं दीपों का यथासंभव पूजन... Read More
दशहरा उत्सव
“दशहरे का वास्तव में महत्व है सीमोल्लंघन का। सीमोल्लंघन अर्थात अपनी सीमा के बाहर जाना। इसका अर्थ अच्छी सीमाएं छोड़ना नहीं है।... Read More